तेरी तस्वीर थी जो तुझसे छुपा ली मैंने


हमसे मत पूछो कि क्यों आँखें झुका ली मैंने
तेरी तस्वीर थी जो तुझसे छुपा ली मैंने,
उसपे लिखा था कि तेरी महोब्बत मेरे मुक़द्दर में नहीं
यही सोच कर अपने माथे की वह लक्रीर मिटा ली मैंने.

0 Comments: