Romantic Shayari, तुझसे मिलने की बेताबी.. March 31, 2011 Leave a Reply तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ !तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ !!दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को !पर इस जहाँ के रश्मो - रिवाज कैसे भुलादूँ !! Tweet Share Share Share Share
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