Dard Shayari, चिराग खुशियों के... March 31, 2011 Leave a Reply चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं !कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं !!हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ......हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं !! Tweet Share Share Share Share
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