*वक़्त के भी अजीब किस्से हैं;*
*किसी का कटता नहीं;*
*और;*
*किसी के पास होता नहीं*
*वक़्त;*
*दिखाई नहीं देता है;*
*पर;*
*बहुत कुछ दिखा देता है ।*
*अपनापन तो हर कोई दिखाता है;*
*पर अपना कौन है ये वक़्त दिखाता है*
*🙏🏻🙏🏻शुभ प्रभात🙏🏻🙏🏻*
Hindi Best Shayari
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