चाहे जो दिल उसकी इजाजत कैसे दू
नाकामिओ को छुपाने का बहाना कैसे दू
इस वक़्त में चाहु बिता लम्हा लौट आए
गलतिओ की दास्ताँ भी मिट जाये
बदल कुछ भी मैं सकता नहीं
क्यू न खुद को ही बदलता जाऊ
तेरे इश्क़ मैं डूबा हु इस कदर
क्यू न अपनी ही हस्ती मितऊ
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chahe jo dil uski ijajat kaise du
nakamio ko chupane ka bahana kaise du
is waqt me chahu bita lamha lout aye
galtio ki dasta bhi mit jaye
badal kuch bhi main sakta nahi
q na khud ko hi badalta jau
tere ishq main dubahu is kadar
q na apni hi hasti mitau
नाकामिओ को छुपाने का बहाना कैसे दू
इस वक़्त में चाहु बिता लम्हा लौट आए
गलतिओ की दास्ताँ भी मिट जाये
बदल कुछ भी मैं सकता नहीं
क्यू न खुद को ही बदलता जाऊ
तेरे इश्क़ मैं डूबा हु इस कदर
क्यू न अपनी ही हस्ती मितऊ
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meri shayari-oneline36 |
chahe jo dil uski ijajat kaise du
nakamio ko chupane ka bahana kaise du
is waqt me chahu bita lamha lout aye
galtio ki dasta bhi mit jaye
badal kuch bhi main sakta nahi
q na khud ko hi badalta jau
tere ishq main dubahu is kadar
q na apni hi hasti mitau
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