प्यार किसीसे जितना किया रुसवाई ही मिली,
वफा चाहे जितनी भी की बेवफाई ही मिली,
जितना भी किसी को अपना समझा हमने,
जब आँख खुली तो हमेँ तन्हाई ही मिली!
सेहेमे सेहेमे से रेहेते लोग यहा
जान हथेली पे लेके चलते लोग यहा
देख किसने बेची सासे इनकी
मौत चीज़ो सी खरीदते लोग यहा
जाने कौन निकले इसमे बेईमान
काफिलोमे भी तन्हा दिखते लोग यहा
रात सन्नाटे मे कटती अकसर
अपनी आवाज़ से चोकते लोग यहा
केसे कोई एक दूजे पे करले यकीन
पल पल मे चेहरा बदलते लोग यहा
वफा चाहे जितनी भी की बेवफाई ही मिली,
जितना भी किसी को अपना समझा हमने,
जब आँख खुली तो हमेँ तन्हाई ही मिली!
सेहेमे सेहेमे से रेहेते लोग यहा
जान हथेली पे लेके चलते लोग यहा
देख किसने बेची सासे इनकी
मौत चीज़ो सी खरीदते लोग यहा
जाने कौन निकले इसमे बेईमान
काफिलोमे भी तन्हा दिखते लोग यहा
रात सन्नाटे मे कटती अकसर
अपनी आवाज़ से चोकते लोग यहा
केसे कोई एक दूजे पे करले यकीन
पल पल मे चेहरा बदलते लोग यहा
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