बना लो क़रीब कोई ठिकाना मिलना आसान हो जाए May 23, 2012 Leave a Reply दफ़न हु उस के घर के पास कब्रिस्तान में, मगर फिर भी वो रोती है, खुद ही तो कहा करती थी , बना लो क़रीब कोई ठिकाना मिलना आसान हो जाए. Tweet Share Share Share Share
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