Mohabbat Shayari, हर आदमी की किश्मत में... April 06, 2011 Leave a Reply हर आदमी की किश्मत में तस्वीर नहीं होती!हर किसी की एक जैसी तक़दीर नहीं होती!!और भी होगे हम जैसे बदनशीब दुनिया में!जिसके हाथो में मोहब्बत की लकीर नहीं होती!! Tweet Share Share Share Share
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