Dard Shayari, उल्फत का अक्सर... April 07, 2011 Leave a Reply उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता हैं !जिसे चाहो वही अपने से दूर होता हैं !!दिल टूटकर बिखरता हैं इस कदर जैसे !कोई काँच का खिलौना चूर-चूर होता हैं !! Tweet Share Share Share Share
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