Bewafai Shayari, हर बार मुझे जख्म ए दिल... April 01, 2011 Leave a Reply हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर !तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !!सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर !क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !! Tweet Share Share Share Share
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