मंजिले आसान सारे मुस्किले वे नूर हो ! दिल की जो हो तम्मना वो हमेशा दूर हो !! लब पे लब की बात हो, खुशियों में सिमटी जिन्दगी ! गम भरी पारछाइया आँचल से लाखो दूर हो !!
हस गुजरेगा साल नया हमें एतवार हैं ! बसे परदेश तो क्या, नहीं कम प्यार हैं !! ख्वाबे मत देखना, आवाज़ रहता जिगर ख़याल हैं ! मिलेगी इजाजत जानेमन लौट पहनाना बाँहे हार हैं !!